भाषा यदि संचार का माध्यम है, तो व्याकरण भाषा को शुद्ध व व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत
करने का साधन है। हमारी व्याकरण सम्बन्धी पुस्तक शृंखला उत्तम हिन्दी व्याकरण में सभी
पक्षों जैसे— शब्द, वाक्य, संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, क्रिया-विशेषण, विशेषण, मुहावरे,
लोकोक्तियों आदि को कक्षानुरूप एवं बाल सुग्राह्यता को ध्यान में रखते हुए समाहित किया
गया है।
भाषा यदि संचार का माध्यम है, तो व्याकरण भाषा को शुद्ध व व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत
करने का साधन है।हमारी व्याकरण सम्बन्धी पुस्तक शृंखला नवीन उत्तम हिन्दी व्याकरण में
सभी पक्षों जैसे— शब्द, वाक्य, संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, क्रिया-विशेषण, विशेषण, मुहावरे,
लोकोक्तियों आदि को कक्षानुरूप एवं बाल सुग्राह्यता को ध्यान में रखते हुए समाहित किया
गया है।
चित्रों व सरल उदाहरणों द्वारा विषय वस्तु को नीरसता से सरसता की ओर ले जाने का प्रयास
किया गया है। व्याकरण के साथ-साथ रचना भाग जैसे— चित्र वर्णन, पत्र लेखन, अनुच्छेद
लेखन, निबन्ध लेखन आदि को भी पर्याप्त स्थान दिया गया है।
शृंखला की विशेषताएँ :-